नालंदा (Source) : महिलाओं की सुरक्षा में गठित ‘पिंक ब्रिगेड’ की परिकल्पना आज साकार होती दिखी। बात जब लड़कियों व महिलाओं की सुरक्षा की उठी तो प्रशासनिक पदाधिकारियों की पत्नी भी इस मुहिम का साथ देने पहुँच गयी। धनेश्वर घाट स्थित मंदिर परिसर से इस मुहिम की शुरुआत की गयी जिसमें डीएम डॉ.त्यागराजन की पत्नी नेहा सेठ त्यागराजन,एसपी कुमार आशीष की पत्नी देव्यानी शेखर,डीडीसी कुंदन कुमार की पत्नी श्वेता व नगर आयुक्त कौशल कुमार की पत्नी उर्वशी ने पहुंचकर वहां उपस्थित लड़कियों को अपने होने का अहसास कराया। इतना ही नहीं अधिकारीयों की पत्नी ने ही हरी झंडी दिखाकर पिंक ब्रिगेड दस्ते को रवाना किया।
एक घटना ने बदली सोच तो एसपी ने की थी ‘पिंक ब्रिगेड’ की परिकल्पना
आज भले ही पिंक ब्रिगेड दस्ते की शुरुआत की गयी लेकिन बहुत कम लोग ही जानते है कि एसपी कुमार आशीश ने आये दिन मनचले की शिकायत आने के बाद ही पिंक ब्रिगेड दस्ते की अवधारणा को धरातल पर उतारने की ठान ली थी।कभी कभी कोई बात इंसान के मन में ऐसा घर कर जाता है कि वह एक नयी सोच व व्यवस्था को जन्म देता है |
महिलाओं की सुरक्षा की उठी आवाज तो साथ देने पहुंची अधिकारीयों की पत्नी बिहार शरीफ की सड़कों पर है तैनात ‘पिंक ब्रिगेड
आशीष को हिलसा से एक महिला का फोन आता है कि सर मेरा केस थाने में दर्ज नहीं हो रहा है। उन्होंने तुरंत थानेदार को केस दर्ज करने का आदेश दिया और महिला को कहा कि आप थाने चले जाइये। थाना सर! उ भी अभी। डर लगै है सर,रतिया में एगो महिला होके थाना कैसे जाइये। उसी दिन छेड़खानी को लेकर भी कई फोन कॉल्स आए।कुमार आशीष ने बताया कि वे रात भर सोये नहीं और सोचते रहे कि इस डर को दूर कैसे करें। सबसे पहले इस डर को निकालना ज़रूरी है। महिलाओं के लिए अलग से कुछ करना होगा। तभी उन्होंने एक पुलिस का ब्रिगेड बनाने की सोची जिसका नाम रखा हैण्ड ग्रेनेड सॉरी पिंक ब्रिगेड।
महिलाओं का सम्मान करें-नेहा सेठ त्यागराजन
पिंक ब्रिगेड की शुरुआत के मौके पर डीएम डॉ.त्यागराजन की पत्नी नेहा सेठ त्यागराजन ने कहा कि यह काफी अच्छी मुहिम है। पिंक ब्रिगेड के गठन से महिलाओं को सुरक्षा का अहसास होगा। मैं यही गुजारिश करुँगी कि घर से बाहर निकलने वाली लड़कियों व महिलाओं का सम्मान करें।
छेड़खानी घर घर की समस्या– देव्यानी
एसपी कुमार आशीष की पत्नी देव्यानी शेखर ने कहा कि नालंदा पुलिस का यह कदम सराहनीय योग्य है। पिंक ब्रिगेड के गठन से महिलाओं व लड़कियों के मन में विश्वास की भावना जागृत होगी। छेड़खानी घर घर की समस्या बनती जा रही है जो समाज के लिए चिंता का विषय है। लोगों को अपनी मानसिकता बदलनी होगी।
सोच बदलने की दरकार– श्वेता
डीडीसी कुंदन कुमार की पत्नी श्रीमती श्वेता ने कहा कि छेड़खानी को जड़ से ख़त्म करने के लिए समाज को अपनी सोच बदलने की ज़रूरत है। हमें समझना होगा कि सड़क पर चलने वाली महिलाएं व लड़कियां किसी न किसी की माँ या बहन हो सकती है। जिस तरह हम अपने घर में माँ या बहन की इज़्ज़त करते हैं,उसी तरह सभी की इज़्ज़त करनी होगी। इसमें कोई शक नहीं कि नालंदा पुलिस के द्वारा गठित पिंक ब्रिगेड मनचलों पर लगाम लगाएगी।
युवाओं को आगे आना होगा– उर्वशी
नगर आयुक्त कौशल कुमार की पत्नी श्रीमती उर्वशी ने कहा कि छेड़खानी डर या खौफ से ख़त्म नहीं किया जा सकता। इसके लिए सामाजिक चेतना जागृत करने की ज़रूरत है। संस्कारों की कमज़ोर पड़ती पौध को मज़बूत करने की ज़रूरत है।एसपी साहब को इस कदम के लिए बधाई।
सभी को मिलकर काम करना होगा– एसपी
पुलिस कप्तान कुमार आशीष ने कहा कि छेड़खानी किसी एक घर की समस्या नहीं है। इस विकृत सोच को बदलना होगा। महिलाओं का सम्मान करे नहीं तो पुलिस को अपना काम करना आता है। छेड़खानी किसी हाल में बर्दास्त नहीं की जायेगी। पिंक ब्रिगेड के गठन के पीछे हमारी यही सोच है कि महिलाओं व लड़कियों की सुरक्षा हर हाल में सुनिश्चित करना है। इसके लिए व्हाट्स अप नंबर जारी किया जायेगा जो इस दस्ते की प्रभारी अंजू तिवारी के पास होगी। ट्रेनी डीएसपी इमरान परवेज़ इसे मॉनिटर करेंगे जिसमें दरोगा शशि रंजन व अलोक कुमार को भी शामिल किया गया है।
अंजू तिवारी के हाथ में ब्रिगेड का कमान,इमरान परवेज़ करेंगे मॉनिटर
पिंक ब्रिगेड दस्ते की कमान जहाँ अंजू तिवारी को सौंपी गयी है वही इसके सुपरविजन की जवाबदेही ट्रेनी डीएसपी इमरान परवेज़ को दी गयी है। कमान मिलते ही अंजू तिवारी ने अनोखी पहल की। लड़कियों को तो पिंक ब्रिगेड के जानकारी दी ही लगे हाथ लड़कों को भी बुलाकर क्लास लगा दी। कहा कि पढ़ने आते हो पढाई करो और जो छेड़खानी करे उसे रोकने की कोशिश करें। इस मुहिम में आप जैसे युवा को आगे आना पड़ेगा। आप में से कोई भी ऐसी गलती न कर बैठियेगा जिससे मज़बूरन हमें एक्शन लेना पड़े।
सुधर जाओ नहीं तो सुधार देंगे-इमरान परवेज़
ट्रेनी डीएसपी इमरान परवेज़ ने वहां पर खड़े लड़कों को साफ़ शब्दों में कह दिया कि जो लड़कियों की इज़्ज़त नहीं करेगा उसे मैं सीधे जेल भेज दूंगा। छेड़खानी किसी भी कीमत पर बर्दास्त नहीं करूँगा।
इन पॉइंट पर रहेगी विशेष नज़र
गुफापर,धनेश्वर घाट,भैंसासुर,देखुलि घाट,डॉक्टर्स कॉलोनी,प्रोफ़ेसर कॉलोनी। यह वो इलाका है जहाँ छेड़खानी की समस्या अधिक रहता है। अब पिंक ब्रिगेड की गठन के बाद इस समस्या पर काफी हद तक नकेल कसा जा सकता है।
कौन कौन थे मौजूद
बिहार थानाध्यक्ष उदय कुमार,लहेरी थानाध्यक्ष राजेश रंजन,ट्रैफिक इन्स्पेक्टर मो.सुजाउद्दीन,दरोगा कृपाल जी।
खबर- श्रोत– (रवि रंजन के खबरें ग्रुप से )/(रजनीकांत/बिहारशरीफ)