(koshixpress) धमेंद्र सिंह – दरभंगा के कर्मठ सिटी एसपी आईपीएस हरकिशोर राय को नेताओ की नाफरमानी शायद कुछ ज्यादा ही भारी साबित हुआ। हमारे संवाददाता के एक स्टिंग में महागठबंधन के एक जिला स्तर के पद के नेता ने बातचीत में खुलासा किया कि जिला स्तर के नेताओं को वैल्यू नही देते थे तो जाना ही था।नेताओ को तरजीह नही देना और सिटी एसपी कि खुल कर शिकायत की कि ये पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की भी पैरवी नही सुनते हैं। विदित हो कि कुछ दिन पहले एक कद्दावर नेता जी की गाडी को एक नाबालिग चला रहा था और एडीएम के पोर्टिको को ठोकर मार दिया था और शिकायत मिलने पर सिटी एसपी ने पैरवी नही सुनकर विधि सम्मत कारवाई की थी।
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ये भी नेताजी को नागवार गुजरा। इसके अलावा जातिगत आधार को मजबूत करने केलिए भी जिले में हाल में किये गए ट्रान्सफर में एक को छोड़ बाकी जाति विशेष से आते हैं और इसमें भी श्री राय फिट नही थे। इसके अलावा नए सिटी एसपी की अधिसूचना भी जारी नही हुई तो भी केवल आठ महीने में इनके ट्रांसफर की क्या हड़बड़ी थी। वो भी किसी जिले में नही देकर गवर्नर हाउस में दे दिया गया।अगर स्टिंग में नेता द्वारा कही गयी बातें सत्य हैं,जिसका कि आधार भी बनता है,तो निश्चित रूप से कर्मठता से कार्य करने वाले अधिकारियों के हौसले को तोड़ने वाला कदम है और सुशासन की सरकार दम्भ भरने वाली नितीश कुमार केलिए एक बड़ी चुनौती भी है। विदित हो कि गत दिनों अपने प्रथम प्रेस कान्फरेन्स में नए जिलाधिकारी ने भी कहा कि उन्हें लोगों से पता चला कि शहर में यातायात और विधि व्यवस्था बनाये रखने में उनका अहम योगदान रहा और उनके चले जाने से लोगों में निराशा है। दरभंगा में अचानक हुए जिला पदाधिकारियों के तबादलों एवं सिटी एसपी के तबादले में सत्तापक्ष के नेताओ का नाम आने के बाद विपक्षीदलों का सरकार पर हमला तेज हो गया है।लोजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज अहमद कैफ़ी ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि नेताओं की इस सरकार में नेताओं की जी हजुरी नही करने वाले ईमानदार अफसरों का बुरा हाल है।

पत्रकारो की तत्परता से दरभंगा में यह मामला सामने आ गया परंतु बिहार में जंगलराज की तैयारी के लिए तमाम महत्वपूर्ण जगहों से ईमानदारी से काम करने अफसरों को हटा कर संटिंग में डाला जा रहा है। वहीँ दूसरी तरफ हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के जिलाध्यक्ष केदारनाथ झा अनाथ ने कहा कि सिटी एसपी एवं डीएम बालामुरुग्न डी विधायक मंत्री के लिए काम नही करके जनता के हित में काम कर रहे थे। परंतु अचानक हुए ताबड़तोड़ तबादले और उसमे वर्ग विशेष का समीकरण जंगलराज की वापसी की ओर इशारा कर रहा है। नितीश कुमार ने बिहार के विकास के लिए जो ऐतिहासिक काम किये हैं,इस तरह के कार्यों से उनकी छवि धूमिल हो रही है।अतः नितीश कुमार को खुद संज्ञान लेना चाहिए।जदयू के युवा नेता मो0 इकबाल अंसारी ने भी सिटी एसपी के तबादले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि कभी किसी की गलत पैरवी नही सुनते थे।उन्होंने कहा कि पूरे मामले को प्रदेश अध्यक्ष के माध्यम से मुख्यमंत्री को लिखेंगे और शीघ्र ही इस विषय पर जिला जदयू की बैठक बुलाकर मुद्दे पर गम्भीरता से विचार किया जाएगा। किसी भी तरह से सरकार की छवि खराब करने की कोशिश को कामयाब नही होने दिया जाएगा |
जब की हर किशोरे राय दरभंगा के सिटी एसपी थे जब इनका तबादला किया गया तो इनके बदले में कोई दूसरा तो सिटी एसपी आना चाहिए ? जब की इनके जगह पर अभी तक किसी पुलिस अधिकारी ने योगदान नहीं दिया ! जिससे लग रहा है की हर किशोरे राय साजिस के शिकार हुए है ! जिसका बहुत जल्द पर्दाफाश किया जाएगा सबुत सहित !!–(नोट-ओडियो टेप के आधार पर )
रिपोर्ट – प्रमंडल ब्यूरो चीफ पूर्णिया
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