बाल मजदूरी अभी के समय में अभिशाप बनी हुई है,छोटे शहर हो का महानगर हर जगह बाल मजदूर बाल मजदूरी करते दिख जाएगे,जब की बाल श्रम करना कानुन जुर्म है,इसी पर आधारित लघु फिल्म है खेमा …
बाल श्रम पर आधारित लघु फिल्म “खेमा” बाल मजदूरी की दुर्दिनता को उभारने वाली यह फिल्म बच्चों पर होने वाली अमानवीय घटना को दिखाने की कोशिश करती है |शिम्मेर फाउंडेशन सह फिल्म इंटरनेशनल के बैनर तले ये बनी यह फिल्म में बाल कलाकार की भूमिका निभा रहे हैं इंडियाज बेस्ट ड्रामेबाज़ के प्रतिभागी अभिषेक राज जबकि शिक्षक के भूमिका में हैं बालमुकुंद सिंह,निगेटिव में हैं प्रेम कुमार | इस फिल्म का निर्देशन सुमित सुमन ने किया है ,जबकि मनीष अनंत ने SCREENPLY तैयार किये हैं जबकि कैमरा का भार संभाले हैं राजीव झा .निर्माण संयोजन दीप चन्दन का है जबकि सहायक निर्देशन में हैं उदित कुमार |